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7 Dec 2018 · 1 min read

दिल पागल

उसकी नजर का कहर है क्या करू
दिल पागल ये मगर है क्या करू

दिल को कैसा लगा है रोग ये
हर दवा अब बे-असर है क्या करू

रहने लगे हम दूनिया से बेखबर
पर तेरी नजर नही इधर है क्या करू

खुश्बू तेरी सांसो मे रम गई ऐसे
याद तेरी हर सांस मे घर है क्या करू

तुझे भुलाने की कोशिश बेइंतहा
तू ही नजर है हर डगर है क्या करू

1 Like · 313 Views
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