दिल दीवाना उसी का दीवाना हुआ है _(गजल/गीतिका)
ऐसी नजरों से उसने तो देखा हमें।
दिल दीवाना उसी का दीवाना हुआ है।।
कहने वाले हां कहने वाले,
यह कहने लगे अब हमें,
ऐसा कैसा यह पगला दीवाना हुआ है।।
(१)
जादू ऐसा है उसकी नशीली अदा में।
मदहोशी सी मुझपे छानेआने लगी है।।
बीत जाता है दिन सारा उसे देखकर।
रतिया बैरन तो मुझको जगाने लगी है।।
स्वप्न आने लगे हां स्वप्न आने लगे,
ईश्क मेरा तो अब सयाना हुआ है।
दिल दीवाना उसी का दीवाना हुआ है।।
(२)
वक्त चलता रहा प्यार बढ़ता रहा।
एक दिन उसी ने यह आ के कहां।।
तेरी चाहत को मैंने भी माना पिया।
तेरे लिए ही धड़कने लगा है जिया।।
सुन सुन ओ प्रीतम हां मेरे बालम,
तुझसे ही मेरा भी याराना हुआ है,
दिल दीवाना उसी का दीवाना हुआ है।।
राजेश व्यास अनुनय