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10 Jul 2020 · 1 min read

दिल थाम के

लो सुनो इक बात तुम दिल थाम के
सब हैं आशिक़ ये तुम्हारे नाम के

कौन बोलेगा मुझे कुछ भी यहाँ
ले रहा हूँ आज बोसे जाम के

हर दफ़ा हमको सजाएँ ही मिलीं
काम तो हमने किये इनआम के

आज कह दूँ यार दिल की आरज़ू
आशिक़ों के बीच में दिल थाम के

शाइरी की शान थे ‘मिर्ज़ा असद’
आज तक चर्चे हैं उनके नाम के

1 Comment · 209 Views
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