दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
लोग क्या सोचेंगे, मत सोचा करो
हो अगर हक़ पर तो अड़ जाया करो
फ़ायदा नुक़सान मत देखा करो
ख़ूबसूरत ये जहाँ हो जाएगा
पहले ख़ुद किरदार को ऊँचा करो
काम आती हैं खुदा के सामने
नेकियाँ दरियाओं में डाला करो
फिर अंधेरे हार जाते हैं सभी
जुगनुओं को ज़हन में पाला करो
एक तरफ़ा फ़ैसला अच्छा नहीं
कुछ तो अच्छा या बुरा सोचा करो
इस तरह मे’यार गिरता है बहुत
रूठने की बात पर रूठा करो
चाँद को अपना बनाना है अगर
चाँदनी के साथ भी बैठा करो
कामयाबी चूमती है फिर क़दम
दिल लगाकर काम को पूरा करो
सर पे अरशद हो अगर तलवार भी
बस खुदा के सामने सजदा करो
©अरशद रसूल बदायूंनी