दिल चीर के
दिल चीर कै धर दिया फेर बी ऐतबार कोण्या,
मन्नै पहल्यां शक था साचा तेरा प्यार कोण्या।
भूल ग्या मेरे आगै पाछै चक्कर काट्या करदा,
एक ब मेरी बात सुन लै कह कै डाट्या करदा,
पूछा करदा बता तू क्यूँ करदी इजहार कोण्या।
जब मन्नै हामी भरी पुरे कॉलेज म्ह लाडू बांटे,
के बेरा था यू इजहार बो ज्यागा जंदगी म्ह कांटे,
असलियत बेरा होती तै करदी इकरार कोण्या।
मेरी किस्मत म्ह दुःख लिख राख्या था राम नै,
समझा लिया स मन दुनिया देखे स इस चाम नै,
जै हो दिल तै प्यार आपस म्ह होती तकरार कोण्या।
रणबीर सिंह नै समझाई ना इन चक्करां म्ह पड़ै,
जब आवै उलटा बखत राम जी इस बुद्धि नै हड़ै,
ठोकर लागै बिना सुलक्षणा बनी समझदार कोण्या।
©® डॉ सुलक्षणा अहलावत