Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr Narendra Kumar Tiwary
8 Followers
Follow
Report this post
1 Oct 2022 · 1 min read
दिल क्या खोला,
दिल क्या खोला,
आशिक समझ बैठे ।
रुतबा शान के उनके
बस कातिल समझ बैठे ।।
– नरेन्द्र
Language:
Hindi
Like
Share
156 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
धनतेरस के अवसर पर ,
Yogendra Chaturwedi
काली शर्ट पहनकर तुम आते क्यों हो?
Jyoti Roshni
सब्र या धैर्य,
नेताम आर सी
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
सत्य कुमार प्रेमी
,,
Sonit Parjapati
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
Neeraj Agarwal
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
Rj Anand Prajapati
चुलबुल चानी - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
त्रिपदिया
Rambali Mishra
वासंती बयार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वही नज़र आएं देखे कोई किसी भी तरह से
Nitin Kulkarni
ऐसी आभा ऐसी कांति,
श्याम सांवरा
"एजेंट" को "अभिकर्ता" इसलिए, कहा जाने लगा है, क्योंकि "दलाल"
*प्रणय*
मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।
manorath maharaj
कीमती
Naushaba Suriya
माता पिता के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्यार पे लुट जाती है ....
sushil sarna
सब्र
Ruchi Sharma
दिखे ऊंट लंगूर
RAMESH SHARMA
हमारी भूले
C S Santoshi
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
Suryakant Dwivedi
Second Chance
Pooja Singh
गणपति वंदना
sushil sharma
गृहणी
Sonam Puneet Dubey
सत्य
Mahesh Jain 'Jyoti'
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
Namita Gupta
नौ वर्ष(नव वर्ष)
Satish Srijan
जाने क्या छुटा रहा मुझसे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
Loading...