दिल को मोम की तरह पिघलने न दीजिए
दिल को मोम की तरह पिघलने न दीजिए
भरी महफ़िल में अश्क बहनें न दीजिए
हालात को मुट्ठी में कैद कर लिजिए
ज़माने को कुछ भी कहने न दीजिए
नूरफातिमा खातून” नूरी”
दिल को मोम की तरह पिघलने न दीजिए
भरी महफ़िल में अश्क बहनें न दीजिए
हालात को मुट्ठी में कैद कर लिजिए
ज़माने को कुछ भी कहने न दीजिए
नूरफातिमा खातून” नूरी”