दिल को दिल से मिलने दो/मंदीप
दिल को दिल से मिलने दो,
रूमानी मौहबत एक होने दो।
यु पलखो को मत झुकाओं
निगाहों से निगाहें मिलने दो।
दूर क्यों जाते हो हम से
हम को तो पास आने दो।
चाहत है तुम से कितनी
एक बार हम को जताने दो।
उड़ा मेरा दिल आसमान में,
उस को निचे मत आने दो।
“मंदीप” को प्यार से एक बार देखो,
पास आओ अब सासों को छुने दो।
मंदीपसाई