दिल के विचार
हे दुनिया तू क्या समझती है में तेरा गुलाम हूं अरे हम तो उड़ते परिंदे है आज यहां है कल वहां भी होगे
हम दुनिया को अच्छा बनाने चले थे मगर जब पीछे लौटकर देखा तो दुनिया के लिए हम बुरा बन गए
दुनियां में अजीब किस्म के लोग पड़े है जिनको ये भी पता नहीं कि हम किस मुंह से बात कर रहे है खाने वाले या दिखाने वाले
लोग कहते है दिमाग से नहीं दिल से डिसीजन ले में कहता हूं दिमाग से लो दिल से लेना दुनिया सिखा देगी