दिल की बात
मदमस्त सुहानी सी ये रात है
अनकही मेरे दिल की बात है
ऐ चाँद जरा मुझे ये तो बता
क्योँ बदलते इश्क में हालात है
दुर बहुत है पर लगता पास है
मिलेगे कभी तो मन को आस है
झुठा नही मेरे प्यार का रिश्ता
फिर क्यों ये मन आज उदास है
___________अभिषेक शर्मा