दिल की बात को जुबान पर लाने से डरते हैं
दिल की बात को जुबान पर लाने से डरते हैं,
दूर न हो जाओ तुम हमसे, इसलिए चुप रहा करते हैं।
इजहार नहीं कर पाते हैं हम अपनी मोहब्बत का,
पर ये सच है कि सिर्फ तुम पर ही मरते हैं।
देखते नहीं हैं अब आइना हम, बस तुम्हारी आंखों में देखकर ही सजते संवरते हैं।
अब कुछ भी समझ नहीं आता कि कैसी बेकरारी है ये,
बस दिन रात ही आहें भरते हैं।