दिल की फरियाद सुनो
दिल की फरियाद सुनो तुम।
किया इसने बर्बाद सुनो तुम।
मिलने की जि़द बार बार करें
थोड़ा भी न ये धीर धरे।
बात न मानूं जब मैं इसकी
मुझसे लड़ाई ये खूब करें
मानों तुम चाहे न मानो
ये ही करें फसाद सुनो तुम।
किसी काम नहीं रहा
ऐसा क्या मैंने कहा
बोले चलो चलें दूर कही
और नहीं कोई जहा
यकीं कर लो तुम मेरा
बन गया ये जल्लाद सुनो तुम।
दिल की फरियाद सुनो तुम
सुरिंदर कौर