Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2024 · 1 min read

दिल की प्यारी

सांवली सुरत है तेरी,
नटखट सी शरीर तेरी।
‌चेहरे की चमक ये तेरी,
लगती है दिल की प्यारी।।

‌शांत स्वभाव है तेरी,
मधुरम वाणी है तेरी।
कोमल सी बदन ये तेरी,
लगती है दिल की प्यारी।।

कदमों की चाल तेरी,
जुल्फों की बाल तेरी।
ऐसी है मुस्कान ये तेरी,
लगती है दिल की प्यारी।।

जो तुम्हें देखता वह देखता ही रह जाता,
बार-बार देखने की ईच्छा जाहिर करता।
कैसी है? आकर्षण ये तेरी,
लगती है दिल की प्यारी।।
———-०००———–

कवि : जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार।

Language: Hindi
82 Views

You may also like these posts

उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
मुझे अपने हाथों अपना मुकद्दर बनाना है
मुझे अपने हाथों अपना मुकद्दर बनाना है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कविता
कविता
Nmita Sharma
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
Keshav kishor Kumar
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
जब अथक प्रयास करने के बाद आप अपनी खराब आदतों पर विजय प्राप्त
जब अथक प्रयास करने के बाद आप अपनी खराब आदतों पर विजय प्राप्त
Paras Nath Jha
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
VEDANTA PATEL
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
Shweta Soni
कीमती समय
कीमती समय
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मेरी एक सहेली है
मेरी एक सहेली है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
अंसार एटवी
न्याय के मंदिर में!
न्याय के मंदिर में!
Jaikrishan Uniyal
🙅मूर्ख मीडिया की देन🙅
🙅मूर्ख मीडिया की देन🙅
*प्रणय*
विज्ञापन कुछ ऐसे भी ☺️😊😊😊😊💐💐
विज्ञापन कुछ ऐसे भी ☺️😊😊😊😊💐💐
MEENU SHARMA
बेटी का हक़
बेटी का हक़
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
2767. *पूर्णिका*
2767. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
আমার মৃত্যু
আমার মৃত্যু
Arghyadeep Chakraborty
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
दोहा - चरित्र
दोहा - चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चैन से रहने का हमें
चैन से रहने का हमें
शेखर सिंह
नज़र चाहत भरी
नज़र चाहत भरी
surenderpal vaidya
*अमरीका से डर रहे, दुनिया के सब देश (कुंडलिया)*
*अमरीका से डर रहे, दुनिया के सब देश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।
जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।
सत्य कुमार प्रेमी
"क्या मैं वही नही हूं"
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
खुद को इतना हंसाया है ना कि
खुद को इतना हंसाया है ना कि
Rekha khichi
गांव
गांव
Shriyansh Gupta
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
Sonam Puneet Dubey
"गम की शाम"
Dr. Kishan tandon kranti
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
Loading...