दिल की आवाज
दिल की आवाज को रूह में उतर जाने दो
अब तक बिन पर के थे ..जरा पर को तो आ जाने दो
आसमां पर इतराते तारे भी दूर है बस दो पल के लिए
अब तक तो होश में थी अब जरा जोश में आ जाने दो
थक गए हैं हाथ अब तक दे देकर रोटी को आकार
वेलन हाथ में थामे थामे किया सारे जग को साकार
अब तो कलम हाथ में है इस बेडौल विश्व को हमें भी आकार तो दे जाने दो
अब तक तो होश में थे अब जरा जोश में आ जाने दो