दिल का हाल
तेरी मोहब्बत भूल भुलैया का एक जाल हैं!
उसमे खो चुका हूँ बस खुद से ये सवाल हैं!
निकलना चाहता हूँ बस तेरे इस दिखावे से!
मोहब्बत के नाम पर बस मेरा इस्तेमाल हैं!
दिल में अश्क हैं और चेहरे पे हँसी रहती हैं!
हुआ हैं इश्क जब से तब से ही यही हाल हैं!
उनकी यादो से नम हो जाती हैं आँखे मेरी!
और उससे तकिये का भी तो हाल बेहाल हैं!
क्या बताये उन को कमबख़्त दिल का हाल!
किया था इश्क बस उस बात का मलाल हैं!
?-AnoopS