Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

दिल्ली मुझसे बहुत दूर है

मैं दिल्ली से दूर नहीं, पर, दिल्ली मुझसे बहुत दूर है।
समझ नहीं पाता मैं इसमें मेरा अपना क्या कसूर है।।

देख रहा हूँ बहुत समय से
जो दिल्ली आता जाता है।
धनकुबेर बनने की विद्या
सीख वहाँ से वह आता है।।
मान चतुर्दिक मिलता उसको जनजन कहता हुआ सूर है।
मैं दिल्ली से दूर नहीं, पर, दिल्ली मुझसे बहुत दूर है।।

दिल्ली में तंदूर धधकते,
दिल्ली में हत्या होती है।
बहुतेरे हैं वक्ष पीटते,
कोई आँख नहीं रोती है।।
भारतमाता के सेवक का दिल्ली लेती छीन नूर है।
मैं दिल्ली से दूर नहीं, पर, दिल्ली मुझसे बहुत दूर है।।

दिल्ली में ही लालकिला है,
दिल्ली में ही राजघाट है।
दिल्ली में ही संसद अपनी,
नेताओं का ठाठबाट है।।
नीयत बेच खरीदी जाती सत्ता सबके लिए हूर है।
मैं दिल्ली से दूर नहीं, पर, दिल्ली मुझसे बहुत दूर है।।

दिल्ली दंश बाढ़ का सहती,
साँस प्रदूषण में लेती है।
जो दिल से दिल्ली के होते,
दिल्ली उन्हें दाॅंव देती है।।
दिल्लीवासी के सब सपने दिल्ली करती चूरचूर है ।
मैं दिल्ली से दूर नहीं, पर, दिल्ली मुझसे बहुत दूर है।।

© – महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
Tag: गीत
142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
दीवार
दीवार
अखिलेश 'अखिल'
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेमदास वसु सुरेखा
दोहा
दोहा
Ravi Prakash
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
नजरें नीची लाज की,
नजरें नीची लाज की,
sushil sarna
4308.💐 *पूर्णिका* 💐
4308.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"बगैर तुलना के"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
पूर्वार्थ
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
पितृपक्ष में पितरों का महत्व होता हैं।
पितृपक्ष में पितरों का महत्व होता हैं।
Neeraj Agarwal
एक
एक
हिमांशु Kulshrestha
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
आचार्य - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
आचार्य - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
" आराधक "
DrLakshman Jha Parimal
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
//•••कुछ दिन और•••//
//•••कुछ दिन और•••//
Chunnu Lal Gupta
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"सत्य अमर है"
Ekta chitrangini
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय प्रभात*
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
Vijay kumar Pandey
சிந்தனை
சிந்தனை
Shyam Sundar Subramanian
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
एक  दोस्त  ही  होते हैं
एक दोस्त ही होते हैं
Sonam Puneet Dubey
एक छोर नेता खड़ा,
एक छोर नेता खड़ा,
Sanjay ' शून्य'
प्रथम गणेशोत्सव
प्रथम गणेशोत्सव
Raju Gajbhiye
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
Loading...