दिल्ली चलो
यह वक़्त की
आवाज़ तुम
दिल्ली चलो, साथी
नए दौर के
सुभाष तुम
दिल्ली चलो, साथी…
(१)
अपने हाथों से
सत्ता की
किल्ली दूर नहीं
बस बढ़े चलो
ऐसे ही
दिल्ली दूर नहीं
होने वाला
इंकलाब तुम
दिल्ली चलो, साथी…
(२)
आख़िर देखोगे
कब तक
देश की बर्बादी
तुम मुझे खून दो
दूंगा
मैं तुम्हें आज़ादी
भारत करे
फ़रियाद तुम
दिल्ली चलो, साथी…
(३)
ज़ालिम तानाशाहों की
अब तो
ख़ैर नहीं
संसद में पड़ने देंगे
उनके
पैर नहीं
करने सबका
हिसाब तुम
दिल्ली चलो, साथी…
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीगीतकार #अवामीशायर
#बहुजनशायरी #अंबेडकरवादी
#सुभाषचंद्रबोस #जयहिंद