Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2021 · 1 min read

दिया बन कर ।

मैं दिया बन कर सौ साल जला हूं।पर! रोशनी की परिभाषा से अनभिज्ञ चला हूं। फिर बुझ कर निरन्तर जला हूं।।पर तेरे लिए नहीं अंधेरे को मिटाने के लिए जला हूं।।

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 322 Views

You may also like these posts

मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
Suryakant Dwivedi
നിന്റെ ഓർമ്മകൾ
നിന്റെ ഓർമ്മകൾ
Heera S
The Blessings of Mother Durga
The Blessings of Mother Durga
Ahtesham Ahmad
कितना अजीब ये किशोरावस्था
कितना अजीब ये किशोरावस्था
Pramila sultan
रुको ज़रा मैं अपनी झुलफें तो संवार लूं,
रुको ज़रा मैं अपनी झुलफें तो संवार लूं,
Jyoti Roshni
2679.*पूर्णिका*
2679.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
🙅एक क़यास🙅
🙅एक क़यास🙅
*प्रणय*
किसने किससे क्या कहा,रहे इसी की फिक्र.
किसने किससे क्या कहा,रहे इसी की फिक्र.
RAMESH SHARMA
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आसमां में चाँद...
आसमां में चाँद...
पंकज परिंदा
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
parvez khan
*रामपुर में जैन-इतिहास के शोधकर्ता श्री भारत भूषण जैन*
*रामपुर में जैन-इतिहास के शोधकर्ता श्री भारत भूषण जैन*
Ravi Prakash
किन्नर(कुछ दोहे)
किन्नर(कुछ दोहे)
Dr Archana Gupta
ସକାଳ ଚା'
ସକାଳ ଚା'
Otteri Selvakumar
"चुम्बकीय शक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
शिवजी चले हैं ससुराल
शिवजी चले हैं ससुराल
D.N. Jha
Live in Present
Live in Present
Satbir Singh Sidhu
भजन , ( अरदास कोरोना के समय)
भजन , ( अरदास कोरोना के समय)
Mangu singh
49....Ramal musaddas mahzuuf
49....Ramal musaddas mahzuuf
sushil yadav
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
पूर्वार्थ
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की।
जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की।
Ashwini sharma
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
Ranjeet kumar patre
इस तरफ न अभी देख मुझे
इस तरफ न अभी देख मुझे
Indu Singh
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
हर शक्स की एक कहानी है ।
हर शक्स की एक कहानी है ।
PRATIK JANGID
हमसफ़र
हमसफ़र
Ayushi Verma
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
हे ईश्वर
हे ईश्वर
sheema anmol
Loading...