“दिन की रोशनी”
वक्त है, कब तक ठहरा रहेगा।
⏲️⏲️गमों का, कब तक पहरा रहेगा।
खुदा ने तेरे खातिर भी ,कुछ लम्हें चुराये होंगे।
??है रात का अंधेरा हटने दे,दिन की रोशनी में वो भी नजर आयेगे।
वक्त है, कब तक ठहरा रहेगा।
⏲️⏲️गमों का, कब तक पहरा रहेगा।
खुदा ने तेरे खातिर भी ,कुछ लम्हें चुराये होंगे।
??है रात का अंधेरा हटने दे,दिन की रोशनी में वो भी नजर आयेगे।