दिन आये हैं मास्क के…
दिन आये हैं मास्क के, लौट पुनः इक बार।
जीवन यह अनमोल है, बचकर रहना यार।।
दिया सभी को चीन ने, इक ऐसा शैतान।
आता बारम्बार जो, लेने सबकी जान।।
पूरी दुनिया हो गयी, सेहत से कमजोर।
आँखों से दिखता नहीं, साँसों का यह चोर।।
जाने कबतक साथियों, जाएगा यह दौर।
कोरोना है चाहता, कितने आँसू और।।
हट्टे कट्टे देह को, कर सकता है रेत।
करना है अब सामना, होकर खूब सचेत।।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 23/12/2022