दिनाक़ 03/05/2024
दिनाक़ 03/05/2024
जल ही है हम सबका जीवन
जीवन का आनंद जल ही है
अन्न उपजे जल से ही जानो
आनंद का क्षण जल ही है
व्यर्थ बहाना जल को छोड़ो
इसका मूल्य अब तो समझो
धरती कि सुंदरता भी जल है
फूलो की महक भी जल है
भ्रमण का आनंद भी जल है
भोजन का रस भी जल है
होठों की मुस्कान भी जल है
स्वच्छता कि पहचान भी जल है
जल ही है हम सबका जीवन
जीवन का आनंद जल ही है
अन्न उपजे जल से ही जानो
आनंद का क्षण जल ही है
सत्यवीर वैष्णव
बारां