— दिखावा मत कर —
दान देने से पहले
एक बात मन में ठान लो
दे रहे हो तो गुप्त दान दो
दिखा कर मत अपनी पहचान दो
जो देता है सारी दुनिया को
उस को भला क्या दे पाओगे
जरा से चंदे को देकर
दिखावे का भ्रम मत पाल लो
करो दान गर समर्थ हो
दोनों करो से कर डालो
मत रखो मन के भीतर कभी
चुपचाप बस तुम कर डालो
दिखावे का धन न लगता कभी
दूजे की आँखों में खटकेगा
जो दिया विधाता की शरण में
वो आगे के द्वार को खोलेगा
अजीत कुमार तलवार
मेरठ