दिखाकर स्वप्न सुन्दर एक पल में तोड़ जाते हो
दिखाकर स्वप्न सुन्दर एक पल में तोड़ जाते हो
हमें सागर की लहरों के सहारे छोड़ जाते हो
समझ पाये न अब तक आपके व्यवहार को हैं हम
क्यों हर तूफान में मुँह अपना हमसे मोड़ जाते हो
डॉ अर्चना गुप्ता