दिए जो गम तूने, उन्हे अब भुलाना पड़ेगा
दिए जो गम तूने मुझे,उन्हे अब भुलाना पड़ेगा।
नहीं तो मौत को गले भी अब लगाना पड़ेगा।।
कर कर तेरा इंतजार,आंखो को सुला न सकी।
अब इन नींद भरी आंखो को सुलाना पड़ेगा।।
बसी जो यादे मेरे दिल में हमेशा तड़पाती है।
कभी तो इन यादों को दिल से भुलाना पड़ेगा।।
दिल में गम है,फिर ये आयना मुस्कराने लगा।
अब तो आयने से ये सच उगलवाना पड़ेगा।।
मिल कर भी दो दिल,फिर अलग क्यो हो गए ?
अब इन दिलो को फिर से मिलाना पड़ेगा।।
मिला नहीं जो जीते जी क्या मौत के बाद मिलेगा।
अब मौत के बाद,उनका दिल घर लेे जाना पड़ेगा।।
दिल जलो के दिल,हमेशा ही दिल जलते रहेगें।
मौत के बाद फिर से उनके दिलो को जलाना पड़ेगा।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम