दाढ़ी के बाल सफेद होने शुरू हो गए हैं
यथा ‘सुंदरता’
तो सिरफ़ ‘जुगनूँ’ है,
अभी भक -भक,
तो अभी ही गायब !
मुझे तो….
असुन्दरता
यानी कदर्य से प्यार है !
फिर-
दाढ़ी के बाल
सफेद होने
शुरू हो गए हैं,
और तब कहीं
मेरी जवानी
अंकुरित हुई है !
यथा ‘सुंदरता’
तो सिरफ़ ‘जुगनूँ’ है,
अभी भक -भक,
तो अभी ही गायब !
मुझे तो….
असुन्दरता
यानी कदर्य से प्यार है !
फिर-
दाढ़ी के बाल
सफेद होने
शुरू हो गए हैं,
और तब कहीं
मेरी जवानी
अंकुरित हुई है !