Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2023 · 1 min read

★दाने बाली में ★

दाने बाली में चावल दिवाली में अनाज हर थाली में कई बार मांगा है। परिवार छोटा मगर सुखी संसार मांगा है और यह कहानी सुना रहा हूं उस शख्स की गालिब भारत रहे कृषि प्रधान सदा। जिसने खुदा से दुआ में हर बार मांगा है।।
★IPS KAMAL THAKUR★

1 Like · 410 Views

You may also like these posts

सब कुछ तोड़ देना बहुत ही आसान होता है। ♥️
सब कुछ तोड़ देना बहुत ही आसान होता है। ♥️
पूर्वार्थ
19, स्वतंत्रता दिवस
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
तुम क्रोध नहीं करते
तुम क्रोध नहीं करते
Arun Prasad
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
Ravi Prakash
ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
एक पल में ये अशोक बन जाता है
एक पल में ये अशोक बन जाता है
ruby kumari
कुछ राखो नाथ भंडारी
कुछ राखो नाथ भंडारी
C S Santoshi
डॉ अरुण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक
डॉ अरुण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संवेदना अभी भी जीवित है
संवेदना अभी भी जीवित है
Neena Kathuria
* प्रेम पथ पर *
* प्रेम पथ पर *
surenderpal vaidya
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
Salman Surya
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4100.💐 *पूर्णिका* 💐
4100.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सबके सुख में अपना भी सुकून है
सबके सुख में अपना भी सुकून है
Amaro
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
कुर्बतों में  रफ़ाकत   थी, बहुत   तन्हाइयां थी।
कुर्बतों में रफ़ाकत थी, बहुत तन्हाइयां थी।
दीपक झा रुद्रा
**सत्य**
**सत्य**
Dr. Vaishali Verma
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
ऐसे ही थोड़ी किसी का नाम हुआ होगा।
ऐसे ही थोड़ी किसी का नाम हुआ होगा।
Praveen Bhardwaj
आदमी
आदमी
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
मेरी स्मृति...
मेरी स्मृति...
NAVNEET SINGH
I miss my childhood
I miss my childhood
VINOD CHAUHAN
योग दिवस
योग दिवस
Rambali Mishra
" साड़ी "
Dr. Kishan tandon kranti
पिता
पिता
Dr. Rajeev Jain
खालीपन
खालीपन
sheema anmol
सुरभित मन्द समीर बहे।
सुरभित मन्द समीर बहे।
अनुराग दीक्षित
ग़रीबी में भली बातें भी साज़िश ही लगा करती
ग़रीबी में भली बातें भी साज़िश ही लगा करती
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...