दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
दढ़ियल-मूँछैल ब्रह्मा और उनके परपोते भगवान विश्वकर्मा के अलावा सारे मर्द देवता और ईश्वर बिना दाढ़ी-मूंछ के क्यों हैं? जबकि सफाचट होने के उस्तरा, ब्लेड, कैंची जैसे औजार तो तब न थे?
इन दोनों भगवानों का एक और कैरेक्टेरिस्टक स्पेशल है, हिन्दू देवी-देवताओं में संभवतः ये दो ही हुए हैं जो ख़ूब जीकर मरे, बुढ़ाकर स्वर्ग सिधारे!
यह शक इसलिए कि केवल इन दोनों की ही बुढ़ापा वाली पकी दाढ़ी, मूंछ और बाल वाली तस्वीरें और मूर्तियाँ मिलती हैं।