दाग
दाग तो लगता ही है
चाँद भी न बचा
न बचा भगवान
फिर हम तो ठहरे
इक साधारण इंसान
सही थे ……
गलत थे,
सबकी अपनी अपनी नजर
जानती अपनी आत्मा
सफाई देते रहे……
कुछ धुल गये
कुछ रह गये
कुछ अटक गये….
फ्रक था सही थे
खुशी से चमक गये***?✌?
*दिनेश शर्मा *??