Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2024 · 1 min read

”दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।

”दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।
आ गई लाइन पे सरकार।।”
(भावी गीत का मुखड़ा)

😊प्रणय प्रभात😊

1 Like · 51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये रब की बनाई हुई नेमतें
ये रब की बनाई हुई नेमतें
Shweta Soni
जीवन पथ पर चलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
नूरफातिमा खातून नूरी
"हम किसी से कम नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल _ तुम नींद में खोये हो ।
ग़ज़ल _ तुम नींद में खोये हो ।
Neelofar Khan
खोज करो तुम मन के अंदर
खोज करो तुम मन के अंदर
Buddha Prakash
गुरु रामदास
गुरु रामदास
कवि रमेशराज
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
कवि दीपक बवेजा
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय*
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
मेरी बिटिया
मेरी बिटिया
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ठीक है
ठीक है
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
रंगों का महापर्व होली
रंगों का महापर्व होली
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*पर्वतों की सैर*
*पर्वतों की सैर*
sudhir kumar
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
Ravi Prakash
मैं और वो
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
धड़कनें थम गई थीं
धड़कनें थम गई थीं
शिव प्रताप लोधी
मुक्ता सी बौछार के, दिलकश होते  रंग ।
मुक्ता सी बौछार के, दिलकश होते रंग ।
sushil sarna
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हे ! अम्बुज राज (कविता)
हे ! अम्बुज राज (कविता)
Indu Singh
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
अगर प्यार  की राह  पर हम चलेंगे
अगर प्यार की राह पर हम चलेंगे
Dr Archana Gupta
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
लोग मेरे  इरादों को नहीं पहचान पाते।
लोग मेरे इरादों को नहीं पहचान पाते।
Ashwini sharma
“पेरिस ओलम्पिक और भारत “
“पेरिस ओलम्पिक और भारत “
Neeraj kumar Soni
हँसकर गुजारी
हँसकर गुजारी
Bodhisatva kastooriya
राह
राह
Neeraj Mishra " नीर "
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
gurudeenverma198
2822. *पूर्णिका*
2822. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...