दहेज
आज की ज्वलंत समस्या दहेज।
काहू को नहीं परहेज।
चाहे कन्या हो शिक्षित सुशील और सुंदर।
चा हे वर महोदय हो ऊंट भालू और बंदर।
फिर भी इनको चाहिए दहेज।
हे दहेज के दानवों,
दहेज लेना और देना अभिशाप है।
बस दुल्हन को ही मानो दहेज।