दहेज प्रथा
दहेज प्रथा पर एक छन्द
आप तो प्रबुद्ध बुद्ध, शुद्ध भावना विभाव,
मांग द्वेष छोड़ के, विवाह शुद्ध कीजिये।।
सभ्यता समाज नव्य, रीति नीति का विवेक,
दीजिये मनुष्य को, नवीन बुद्धि कीजिये।
बेटियां सदा महान, देश में रही सुजान,
बेटियों विवाह हेतु, बन्द द्वन्द कीजिये।
रीति जो चली समाज, और देश में प्रसिद्ध,
आज से दहेज आप, रीति बन्द कीजिये।।
अदम्य