*राजा दशरथ (कुंडलिया)*
राजा दशरथ (कुंडलिया)
राजा दशरथ ने लिया, निर्णय धर्म-प्रधान
सोचा अब मैं वृद्ध हूॅं, कर दूॅं वन-प्रस्थान
कर दूॅं वन-प्रस्थान, राज-सिंहासन छोड़ूॅं
बूढ़े करें न राज, दिशा यह जग की मोड़ूॅं
कहते रवि कविराय, बजे शहनाई-बाजा
दशरथ तुम हो धन्य, सहज छोड़ा पद-राजा
रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451