दलित समुदाय।
🌷 दलित समुदाय 🌷
कोंई बता सकता है,तो बता दीजिए मुझको कारण।
क्यों हैं ॽएकाधिकार, वेदों पर,
केंवल पढ़ सकते हैं ब्राह्मण।।
हिंदू हैं हम ,हिंदू रहेंगे,पर विरोध का है कुछ कारण।
किसने किया दूर हमें,
न करने दिया शिक्षा धारण।।
शिक्षा से दलित दुर रहा,
अशिक्षा थी लाचारी।
दबंग बने शहंशाह, दलित को बनाएं भिखारी।।
किसने कहा दलित हमें ,यह बात किसी ने जाना।
कुछ समुदाय विशेष ने,
दबंग अपने को माना।
नियम बताते लाखों लाखों,,
करतें नहीं खुद पालन।
कोई बता सकते हैं तो बता दीजिए इसका कुछ कारण।।
लहर उठा अब , विद्वानों में
आने लगी सुमानी।
अंग्रेज़ तो अंग्रेज थे,
दबंगो का सहे गुलामी
क्या बताएं, वक्त की हालत
मचा हुआ था हा हा कार।
घर की बहुएं,खींच ले जाते,
बेटियों पर होते अत्याचार।।
दलित दबे पड़े थे,
कहीं नहीं था सुनता का नाम।
खाते थे मार दबंगों का,
करते थे दबंग दुर्व्यवहार।।
छुआछूत दलित से करते,
गुण गाते थे चारण।
कोंई बता सकते हैं,तो बता दीजिए, मुझको कुछ कारण।।
चरण पखारू, आरती उतारू,
देशभक्त बलिदानी का।
कोटि कोटि नमन है,
हिन्दू धर्म बलिदानी का।।
आज़ भी एकाधिकार करतें हैं ब्राह्मण।
कोनी बता सकता है तो बता दीजिए मुझको कुछ कारण।।
वेद ब्यास ने वेद लिखा, बाल्मीकि रामायण।
श्रीकृष्ण ने गीता सुनाया,
क्या यह सब थे ब्राम्हण।।
छीन लिया अधिकार हमारा
कर लिया स्वयं धारण।
कोई बता दीजिए मुझको कुछ कारण।।
अब उबल पड़ा है गाडगे खुश,
पुछ रहा दलित चारण।
दबंग दलित में क्यों भेद हुआ,
पुछ रहा हैं विजय चारण।।
कोंई बता सकता है तो बता दीजिए,
दलित समुदाय बनने का कारण।।