Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2022 · 1 min read

*दलबदलू जी की जयजयकार 【हास्य व्यंग्य-गीत】*

दलबदलू जी की जयजयकार 【हास्य व्यंग्य-गीत】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
हर दल में बोलो दलबदलू जी की जयजयकार
(1)
सत्ता में चाहे जो आए दलबदलू घुस जाते
जो जीता उसके ही तलवों में नवनीत लगाते
इनके मंत्री बिना बने कब बनती है सरकार
(2)
छुपे हुए हैं इनके घर में सभी दलों के झंडे
हर दल में फिट हो जाते हैं इनके सब मुस्टंडे
टोपी सभी दलों की रखना इनका है व्यापार
(3)
कभी घोषणा-पत्र न पढ़ते ,वादा कभी न करते
मतदाताओं की जेबों को यह रुपयों से भरते
तिकड़म से है जीत ,बाद में मंत्री-पद का भार
(4)
सिर की टोपी का पल- भर में रंग बदल जाता है
गिरगिट का वंशज ,इनको हर कोई बतलाता है
मतलब जिस से निकले बाप बनाने को तैयार
हर दल में बोलो दलबदलू जी की जयजयकार
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
एक ही तारनहारा
एक ही तारनहारा
Satish Srijan
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम
तुम
हिमांशु Kulshrestha
अमीर-ग़रीब वर्ग दो,
अमीर-ग़रीब वर्ग दो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज्ञान के दाता तुम्हीं , तुमसे बुद्धि - विवेक ।
ज्ञान के दाता तुम्हीं , तुमसे बुद्धि - विवेक ।
Neelam Sharma
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
अब तो आओ न
अब तो आओ न
Arti Bhadauria
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
Mahender Singh
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Success rule
Success rule
Naresh Kumar Jangir
तलाश है।
तलाश है।
नेताम आर सी
*पापा (बाल कविता)*
*पापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
अन्नदाता
अन्नदाता
Akash Yadav
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
Sanjay ' शून्य'
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
🎊🏮*दीपमालिका  🏮🎊
🎊🏮*दीपमालिका 🏮🎊
Shashi kala vyas
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
2965.*पूर्णिका*
2965.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
न मौत आती है ,न घुटता है दम
न मौत आती है ,न घुटता है दम
Shweta Soni
छाती पर पत्थर /
छाती पर पत्थर /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
Loading...