*दर्शन शुल्क*
दर्शन शुल्क
नोट के दर्शन तुम करवा दो
पंडा करवाए प्रभु दर्शन
महाकाल चाहे ओंकारेश्वर
शासन भी लूटे जी भरकर
कितनी लूट खसोट मची है
कैसे श्रद्धा भक्ति करोगे
ध्यान लगा सौदे जुगाड़ में
लाइन में ही खड़े रहोगे
भांति भांति की शुल्क व्यवस्था
भ्रष्टाचार बढ़ाती जाती
एकरूपता ना हो जब तक
खिन्न रहेगी जनता तब तक