दर्द
दर्द
दर्द को पीते रहोगे तो दर्द
तुम्हें पी जाएगा,
छोड़ कर जाने वाला भी
न जी पायेगा।
जख्म कोई खुला अगर
छूट जाएगा,
देखना हर शख्स आकर
कह के छी जाएगा।
तरजीह देते रहोगे लोगों की
बेकार बातों को,
जमाना तुम्हारे ही होठों को
सी जाएगा।
किसको सराहा है दुनियां ने
जीते हुए,
बाद मरने के तारीफ कितनी
ही पायेगा।
मत अफसोस कर अपनों ने
गर धोखा दिया,
दिया है उसने वही तोहफा
वो भी पायेगा।
एक का पता चला तो इतना
उठाया तूफान क्यों,
कई हैं ऐसे किसी किस को
ऐसे ही सुनाएगा।
तरीके बहुत हैं जहाँ में खुश
रहने के,
छोड़ी उम्मीद अपनों से तभी
खुशी से जी पायेगा।
चलती नहीं चालाकियां सदा
तू समझना,
इक दिन वो भी सजा अपने
कर्मो की पायेगा
हर कोई दगाबाज नहीं नज़र
भर के देख तू,
वक़्त आने पर कोई गैर कली
दिल की खिलायेगा।
विश्वास रख अपने ईश्वर पर
मेरे दोस्त,
हाथ पकड़ कर वो राह खुशी
की दिखायेगा।
सीमा शर्मा