दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये हैं
नैन अपने यूँ ही न खोये हैं ।
दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये ।।
जागी आंखें गवाही दे देंगी ।
नींद अपनी कभी न सोये हैं ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
नैन अपने यूँ ही न खोये हैं ।
दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये ।।
जागी आंखें गवाही दे देंगी ।
नींद अपनी कभी न सोये हैं ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद