दर्द की शान
तुमने हमें बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,
फिर भी जी रहे है हम बड़ी शान से।
ज़ख्म इतने दिए की हर दर्द पर आह निकल आए,
फिर भी देखो ! मुस्कुरा रहे हैं बड़े इत्मीनान से।
तुमने हमें बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,
फिर भी जी रहे है हम बड़ी शान से।
ज़ख्म इतने दिए की हर दर्द पर आह निकल आए,
फिर भी देखो ! मुस्कुरा रहे हैं बड़े इत्मीनान से।