Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2018 · 1 min read

दर्द का सिलसिला

ग़ज़ल
काफ़िया-आ
रदीफ़-वो क्या जाने
बह्र-2122 1212 22

“दर्द का सिलसिला”
****************

दर्द का सिलसिला वो क्या जाने।
ज़िंदगी का मज़ा वो क्या जाने।

अश्क देकर गया जो आँखों में
आशिक़ी में वफ़ा वो क्या जाने।

जो न समझा मेरी ख़ुदाई को
ज़ख्म देता दुआ वो क्या जाने।

दे भरोसा ख़ता निभा ही गया
दर्द-उल्फ़त-सज़ा वो क्या जाने

बेवफाई मुझे रुलाके गई
रोग देता दवा वो क्या जाने।

हौंसले आज भी सलामत हैं
धूल में जो मिला वो क्या जाने।

आज साहिल को पा लिया ‘रजनी’
तैर ना जो सका वो क्या जाने।

डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
महमूरगंज, वाराणसी।
संपादिका-साहित्य धरोहर

238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
हमसे भी अच्छे लोग नहीं आयेंगे अब इस दुनिया में,
हमसे भी अच्छे लोग नहीं आयेंगे अब इस दुनिया में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"चिन्तन का कोना"
Dr. Kishan tandon kranti
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
गुलाल का रंग, गुब्बारों की मार,
गुलाल का रंग, गुब्बारों की मार,
Ranjeet kumar patre
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
Arghyadeep Chakraborty
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम मुक्कमल हो
तुम मुक्कमल हो
हिमांशु Kulshrestha
परिवार हमारा
परिवार हमारा
Suryakant Dwivedi
Dr. Arun Kumar Shastri
Dr. Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिल का आलम
दिल का आलम
Surinder blackpen
शु
शु
*प्रणय*
Let's Fight
Let's Fight
Otteri Selvakumar
3991.💐 *पूर्णिका* 💐
3991.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
sushil yadav
ताउम्र करना पड़े पश्चाताप
ताउम्र करना पड़े पश्चाताप
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नौकरी
नौकरी
Aman Sinha
कू कू करती कोयल
कू कू करती कोयल
Mohan Pandey
Starting it is not the problem, finishing it is the real thi
Starting it is not the problem, finishing it is the real thi
पूर्वार्थ
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
Jyoti Khari
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
शेखर सिंह
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
Rituraj shivem verma
हां,अब समझ आया
हां,अब समझ आया
Seema gupta,Alwar
कैदी
कैदी
Tarkeshwari 'sudhi'
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मोहब्बत-ए-सितम
मोहब्बत-ए-सितम
Neeraj Mishra " नीर "
गम‌, दिया था उसका
गम‌, दिया था उसका
Aditya Prakash
हृदय तूलिका
हृदय तूलिका
Kumud Srivastava
Loading...