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6 Aug 2020 · 1 min read

दर्द का कर्ज़

अफसोस नहीं है अपने दर्द का
जो तूने दिए तो और जमा हुए
बन गया मैं दर्द का सौदागर
तेरे दर्द देने से और अमीर हुए
कौन कहता है कि मैं गरीब हूँ
ख़ुशी बांटने से हम रहीश हुए
लोग बेवजह ही दर्द देते गए
हम खामखां उनके कर्जदार हुए

-रमाकान्त पटेल

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 511 Views

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