Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2023 · 1 min read

दर्द ए दिल से दर्द निकलता है

दर्द ए दिल से दर्द निकलता है
************************

दर्द ए दिल से दर्द निकलता है,
जब मोम सा ह्रदय पिंघलता है।

पीड़ा का हल नजर नहीं आता,
गम अंदर ही अंदर उबलता है।

सफर में कोई हमसफर नहीं है,
पहर दर पहर तम निखरता है।

लपटें अग्नि की यूँ न धधकती,
कहीं न कहीं धुआँ सुलगता है।

मन प्रेम की लहरों से टकराए,
हिया पिया मे रहे उलझता है।

बहते जल मे हरकोई बह जाए,
ठहरा पानी भी तो उछलता है।

उलझन में है उलझा मनसीरत,
हाल ए ख्याल ना सुलझता है।
************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैंथल)

Language: Hindi
295 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
Rj Anand Prajapati
नशा
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3151.*पूर्णिका*
3151.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Mishra " नीर "
रात अंजान है
रात अंजान है
Dr. Rajeev Jain
"समय के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
हम कहां थे कहां चले आए।
हम कहां थे कहां चले आए।
जय लगन कुमार हैप्पी
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
चांद भी आज ख़ूब इतराया होगा यूं ख़ुद पर,
चांद भी आज ख़ूब इतराया होगा यूं ख़ुद पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पग मेरे नित चलते जाते।
पग मेरे नित चलते जाते।
Anil Mishra Prahari
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
parvez khan
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
gurudeenverma198
चंद्रयान
चंद्रयान
डिजेन्द्र कुर्रे
अरे ! मुझसे मत पूछ
अरे ! मुझसे मत पूछ
VINOD CHAUHAN
प्रणय गीत --
प्रणय गीत --
Neelam Sharma
बरसात की बूंदे
बरसात की बूंदे
Dr Mukesh 'Aseemit'
"विकसित भारत" देखना हो, तो 2047 तक डटे रहो बस। काल के कपाल प
*प्रणय प्रभात*
मजदूर की मजबूरियाँ ,
मजदूर की मजबूरियाँ ,
sushil sarna
കവിതയുടെ ജനനം
കവിതയുടെ ജനനം
Heera S
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
पूर्वार्थ
बेटी
बेटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रोबोटयुगीन मनुष्य
रोबोटयुगीन मनुष्य
SURYA PRAKASH SHARMA
*रामचरितमानस अति प्यारा (चौपाइयॉं)*
*रामचरितमानस अति प्यारा (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
तुझे कसम है मोहब्बत की लौटकर आजा ।
तुझे कसम है मोहब्बत की लौटकर आजा ।
Phool gufran
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
PG88 - trang web cá cược uy tín, là một trong những sân chơi
PG88 - trang web cá cược uy tín, là một trong những sân chơi
PG88 – Top 1 nhà cái uy tín khẳng định chất lượng năm 2024
देख लेते
देख लेते
Dr fauzia Naseem shad
ऐ ज़िंदगी।
ऐ ज़िंदगी।
Taj Mohammad
Loading...