दर्द ए दास्तां
परिंदों ने एक नया आसमां चुन लिया
ख्वाबों में नया एक जहां बुन लिया
बूढ़ी चिड़िया ये सुनकर हैरान है
मैंने ये क्या दर्द ए दास्तां सुन लिया
क्यों इन परिंदों ने उड़ना सीखा
जो भूलकर रिश्ते नाते पुराने
ख़ुदगर्ज़ी में नया बागबां चुन लिया ।
अशोक सोनी
भिलाई ।