दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
दर्द लबों की आवाज़ बनने की बजाय
अगर कलम की स्याही बन कर
पन्नों में छप जाये तो
निःसंदेह वह रचना मार्मिक होगी
शिव प्रताप लोधी
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
दर्द लबों की आवाज़ बनने की बजाय
अगर कलम की स्याही बन कर
पन्नों में छप जाये तो
निःसंदेह वह रचना मार्मिक होगी
शिव प्रताप लोधी