दूरी का नया प्रतिमान!!(पैमाना)
अभी तक दूरी नापने का,
पैमाना जो आम खास था,
सेंटीमीटर इंच फिट मीटर,
और किलोमीटर के नाम था।
यूं तो आपसी समझ संबंध को भी,
दूरी से आंका जाता रहा है,
दिल मिल गये तो,
दूरियां कम होना माना जाता रहा है,,
यदि दिल नहीं मिले तो,
या फिर विचारों में भिन्नता हो गई,
तो इसे मतभेद बढ जाना कहा जाता रहा।
हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री जी ने,
दूरी नापने का नया प्रतिमान जोड़ दिया,
दूरी को, एक फोन कॉल की दूरी का,
नया प्रतिमान गढ लिया।
अब दूरदर्शन पर इसकी खूब धूम मची हुई है,
किसानों से उस दूरी को पाटने की चर्चा चली है,
किसानों ने भी गेंद को सरकार के पाले में सरकाया है,
कह रहे हैं कैसे फोन करें नंबर नहीं बताया है।
वैसे तो यह सब आपचारिक सा लग रहा है,
दिल्ली बौडर पर कंटिली कीलों से ऐसा दिख रहा है,
मुख्य मार्ग पर बड़े बड़े अवरोधक लगाए गए हैं,
आवागमन के लिए यू-टर्न देकर राह से भटका रहे हैं।
दोनों ओर से एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगी है,
किसान पंचायत ने भी किसानों को नयी ऊर्जा दी है,
सरकार ने भी अब पीछे नहीं हटने की ताकीद की है,
यह दूरी अब फोन कॉल से तो पटना मुश्किल लगती है,
ओह क्या कहें क्या करें कुछ सूझता नहीं है,
राम जाने किस विधि यह समस्या सुलझेगी,
दोनों पक्षों में सुलह की कोई बात बनेगी।