दरार नहीं करार करो !!!
दरार नहीं करार करो, सबसे यह इकरार करो।
मिलकर चलेंगे एक दूजे में ढलेंगे,वादा बार बार करो।
क्या रखा है दूरियों में, उलझो ना मजबूरियों में,
भरोसे से भरोसा बढ़ता,यारों मेरा आप ऐतबार करो।।
खुश रहना खुश रखना सबको,इससे बड़ा धन नहीं।
तन मन का करो समर्पण,वादे न कभी हजार करो
सुख से बीते जीवन सारा,थोड़ा सा मिला जो प्यारा।
सबको जानो सबको मानो,कभी न किसी से रार करो।।
द्वेष क्लेश से बिगड़े वेश,न हो ऐसा कभी परिवेश ।
अनुनय अपना प्यारा देश,मानवता से प्यार करो।।
राजेश व्यास अनुनय