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26 Sep 2024 · 1 min read

दरमियान कुछ नहीं

दरमियान कुछ नहीं पर हमारे एक कहानी तो है
जो रह गई अधुरी एक कहानी तो है
राह में भटक रहा था मैं
मिली तुम तो थोड़ा ठहरा तो मैं
कल अलग जब हो जाओगे
दूर नजरों से हो जाओगे
बन के याद बस रह जाओगे
आऊं याद कभी तो तुम बात कर लेना
ना मिलना होगा फिर इस बात को समझ लेना
दरमियान कुछ नहीं पर एक कहानी तो है
जो रह गई अधुरी एक कहानी तो है
राह में भटक रहा था मैं
मिली तुम तो थोड़ा ठहरा तो मैं

Language: Hindi
75 Views
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
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