दरबारी कवि
अपने दौर के हलचलों से
जो रहते हैं गाफिल!
उन्हें शायर या अदीब नहीं
हम कहते हैं जाहिल!
इन्हीं बुजदिलों के चलते
करते रहे हैं सदियों से
हमारी दुनिया को तबाह
लूटेरे और क़ातिल!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
अपने दौर के हलचलों से
जो रहते हैं गाफिल!
उन्हें शायर या अदीब नहीं
हम कहते हैं जाहिल!
इन्हीं बुजदिलों के चलते
करते रहे हैं सदियों से
हमारी दुनिया को तबाह
लूटेरे और क़ातिल!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel