दंभी मनुष्य
मनुष्यता के गुण किसी में भी नहीं ,
परंतु फिर भी मनुष्य स्वयं को कहलवाते है।
देख रहे हैं नित्य प्रति इनका पतन ,
फिर भी इस सत्य को दंभी झुठलाते हैं।
मनुष्यता के गुण किसी में भी नहीं ,
परंतु फिर भी मनुष्य स्वयं को कहलवाते है।
देख रहे हैं नित्य प्रति इनका पतन ,
फिर भी इस सत्य को दंभी झुठलाते हैं।