थोड़ी सी नादानी।
कभी किसी को सुना सके जो,
दिल में कोई ऐसी कहानी रखिए,
वक्त बना देता है समझदार सभी को,
ज़िदा थोड़ी सी नादानी रखिए,
जो ख़ास होने का एहसास दिला जाएं,
संभाल के उनकी निशानी रखिए,
जो चेहरे पर मुस्कान ले आए,
ज़हन में वो याद सुहानी रखिए।
कवि-अंबर श्रीवास्तव