थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
फिर दोस्त बदलते देखो,और दुश्मन बनते देखो,
रिश्तों को टूटते देखो,और अपनों को छूटते देखो,
बड़ी बातें करने वालों के,नक़ाब उतरते देखो,
किसी को डरते देखो,क्या क्या करते देखो,
तुम पर हँसते देखो,लेते अलग रस्ते देखो,
हाँ में हाँ ना मिलाकर,अपनी सोच बदल के देखो,
अपने दिल की बात को,तुम सामने रख के देखो,
लोगों को दूर हटते देखो,सच्चे दोस्त छटते देखो,
नफ़रतें पनपते देखो,और रंग बदलते देखो,
चाशनी सी मीठी बातों में,सच्चाई घोल के देखो,
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
सच का मतलब ये नहीं कि किसी का
अपमान करना या जानबूझ कर
किसी के दिल को ठेस पहुंचाना।